प्रत्‍यायन

राष्ट्रीय परीक्षण और अंशशोधन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड (एन॰ए॰बी॰एल॰)

नियामक विषविज्ञान के क्षेत्र में राष्ट्र की आवश्यकताओं को पूरा करने हेतु आईआईटीआर ने अपनी सुविधाओं को और सुदृढ़ किया है जो कि एनएबीएल द्वारा प्रत्यायित है । इसमें रासायनिक विश्लेषण, जैविक असेस के साथ-साथ जन्तु सुविधा का प्रत्यायन सम्मिलित है । कई उद्योग और सरकार प्रायोजित परियोजनाओं को इस समूह द्वारा पूरा किया जा रहा है, जिससे प्लास्टिक और पॉलीमर्स के साथ अन्य उत्पादों का सुरक्षा निर्धारण किया जा सके । विभिन्न अनुसंधान संगठनों को इसकी एनएबीएल प्रत्यायित जन्तु सुविधा से अनुसंधान उद्देश्यों हेतु विभिन्न रोडेन्ट प्रजातियों को आईआईटीआर द्वारा उपलब्ध कराना जारी है ।

उत्‍तम प्रयोगशाला पद्धति (जी॰एल॰पी॰)

सीएसआईआर- भारतीय विषविज्ञान अनुसंधान संस्थान, (सीएसआईआर-आईआईटीआर) लखनऊ को राष्‍ट्रीय उत्‍तम प्रयोगशाला पद्धति (जीएलपी) अनुपालन निगरानी प्राधिकरण (एनजीसीएमए) भारत सरकार से जीएलपी अनुपालन हेतु प्रमाण-पत्र प्राप्‍त हुआ है। यह प्रमाणपत्र विषैलापन और उत्‍परिवर्तजनियता अध्‍ययन के लिए दिया गया है। जीएलपी अंतरराष्ट्रीय मान्‍यता प्राप्‍त एक गुणवत्‍ता प्रणाली है, जिसमें पूर्व-नैदानिक स्‍वास्‍थ्‍य और पर्यावरण सुरक्षा अध्‍ययनों हेतु योजना, निष्‍पादन, अनुवीक्षण, अभिलिखित, अभिलेखबद्ध और रिपोर्ट का कार्य किया जाता है। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय नियामक प्राधिकरण / एजेंसी को औद्योगिक रसायन, औषधि, पशु चिकित्‍सा दवाओं, कीटनाशकों, प्रसाधन उत्‍पादों, खाद्य उत्‍पादों और खाद्य योज्‍य सहित नए उत्‍पादों आदि को बाज़ार में लाने से पूर्व सुरक्षा आंकड़ों की आवश्‍यकता होती है। जी॰एल॰पी॰ एक प्रणाली है, जो ऑर्गनाइज़ेशन फॉर इकनॉमिक को-आपरेशन (ओईसीडी) ने विकसित किया है और इस प्रकार के सुरक्षा लक्ष्यों को प्राप्त करने हेतु इसका उपयोग किया जाता है ।

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