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राष्ट्रीय वैज्ञानिक संगोष्ठी "खाद्य सुरक्षा के विभिन्न आयाम"

सी.एस.आई.आर.- भारतीय विषविज्ञान अनुसंधान संस्थान (सीएसआईआर-आईआईटीआर), लखनऊ में 23-24 अक्टूबर, 2019 को आयोजित राष्ट्रीय वैज्ञानिक संगोष्ठी “खाद्य सुरक्षा के विभिन्न आयाम” का मुख्य अतिथि डॉ. अनीता भटनागर जैन, आई.ए.एस., अतिरिक्त मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश सरकार ने उद्घाटन किया। इस दो दिवसीय संगोष्ठी में खाद्य सुरक्षा से जुड़े देश के अनेक वैज्ञानिक एवं शोध छात्र ने भाग लिया। उद्घाटन समारोह के अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए डॉ. अनीता भटनागर जैन ने कहा कि हमारे देश की प्रमुख समस्याओं में खाद्य सुरक्षा एक बड़ी समस्या है, खाद्य का सीधा संबंध हमारे स्वास्थ्य से है। हम क्या खाते हैं, किस प्रकार का खाद्य हमारे शरीर में पहुँच रहा है, यह बहुत महत्वपूर्ण बात है, अनेक रोग असुरक्षित खाद्य सामग्री के कारण होते हैं। खाद्य सामग्री एवं पैक पेयजल पर उपभोग हेतु अंकित अंतिम तिथि पर सामान्य जन बहुत कम ही ध्यान देते हैं, इसके प्रति लोगों को जागरूक होने की आवश्यकता है। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि लोगों को इस हेतु जागरूक करें कि खाद्य सामग्री और पेयजल का अपव्यय न हो (उतना भोजन थाली में–जो न जाए नाली में)। उन्होंने आगे कहा कि खाद्य सामग्री की सुरक्षा के क्षेत्र में सीएसआईआर-आईआईटीआर में बहुत महत्वपूर्ण एवं जनोपयोगी कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने इन कार्यों हेतु संस्थान की सराहना की। इस अवसर पर अतिथिगण ने संगोष्ठी की स्मारिका का विमोचन भी किया।

उद्घाटन समारोह के विशिष्ट अतिथि श्री विजय आचार्य, अध्यक्ष, एसोसिएटेड चेम्बर्स ऑफ कामर्स ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि जो आहार हम ले रहे हैं, वह कितना सुरक्षित है? यह जानना नितांत आवश्यक है । हमें अपने देश में विकसित देशों की तरह खाद्य सुरक्षा लागू करने की बहुत आवश्यकता है। उन्होंने आगे कहा कि सीएसआईआर-आईआईटीआर ने खाद्य उद्योग जगत को खाद्य सुरक्षा के क्षेत्र में मार्गदर्शन किया है और हम इस क्षेत्र में मिलकर आगे और कार्य करना चाहते हैं।

हिंदी माध्यम में आयोजित इस दो दिवसीय राष्ट्रीय वैज्ञानिक संगोष्ठी में देश के विभिन्न संस्थानों के लगभग 150 वैज्ञानिक एवं शोध छात्रों ने भाग लिया। इस संगोष्ठी में कुल पाँच तकनीकी सत्रों में लगभग चालीस शोधपत्र प्रस्तुत किए गए। इस के अतिरिक्त 11 युवा वैज्ञानिकों ने नवीन विचारों से युक्त प्रस्तुतीकरण दिया। युवा वैज्ञानिकों एवं शोध छात्रों द्वारा संगोष्ठी में पोस्टर प्रस्तुतीकरण भी किया गया। प्रस्तुतीकरण हेतु युवा वैज्ञानिकों को पुरस्कार भी प्रदान किए गए।

प्रोफेसर आलोक धावन, निदेशक, सीएसआईआर–आईआईटीआर ने इस अवसर पर अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि खाद्य सामग्री एवं पेयजल हमारे जीवन का मूल आधार हैं, इसी के सहारे हम जीवित हैं, यदि इनमें मिलावट है तो यह बहुत हानिकारक है और यह एक कठिन समस्या है, हमें इसके प्रति सजग रहना है और आमजन को सुरक्षित खाद्य सामग्री के बारे में जागरूक करना है। उन्होंने खाद्य उद्योग जगत से गुणवत्तायुक्त खाद्य उपलब्ध कराने हेतु अनुरोध भी किया। निदेशक महोदय ने संगोष्ठी के प्रतिभागियों से अनुरोध किया कि संगोष्ठी में प्राप्त सारगर्भित लाभकारी विचारों को आमजन तक पहुंचाएं।