हस्तांतरण के लिए उपलब्ध प्रौद्योगिकी
आर्जीमोन तेल अपमिश्रण जांच किट
आर्जीमोन मेक्सिकाना तेल युक्त मिलावटी सरसों के तेल के उपभोग के कारण जो महामारी होती है उसे प्रचलित रूप में ड्राप्सी के नाम से जाना जाता है । पिछले समय में ऐसी कई घटनाओं की जानकारी मिली है । दिल्ली में अगस्त, 1998 की ड्राप्सी घटना देश की सबसे बड़ी घटना है जिसमें 2500 से ज्यादा लोग बीमार हुए 60 से ज्यादा लोग मर गये ।
आर्जीमोन तेल विषालुता के लक्षण :
- उल्टी
- डायरिया
- चक्कर आना
- बुखार
- एरीथीमा
- पिटिंग एडीमा
- सांस में तकलीफ
- लीवर का बढ़ना
- ग्लॉकोमा (आंखों में तनाव)
- हृदय गति रूकने से मौत
फील्ड किट हेतु आवश्यकता :
- सरसों तेल विभिन्न घरों में आहार का एक प्रमुख हिस्सा है ।
- इसकी शुद्धता और प्रामाणिकता की कड़ी चौकसी की आवश्यकता है।
- अल्प अवधि के लिए कम स्तर के अपमिश्रण वाले आर्जीमोन तेल युक्त संदूषित खाद्य तेल उपभोग से विषालुता हो जाती है।
- इसलिए कम मात्रा में भी आर्जीमोन तेल की उपस्थिति सुनिश्चित करने की आवश्यकता है।
- संपूर्ण समस्या को देखते हुए सहज और त्वरित फील्ड स्तर जांच हेतु एक सहज आर्जीमोन तेल जांच किट विकसित किया गया है ।
किट का विधिमान्यकरण :
किट की कार्यप्रणाली पर प्रतिक्रिया, सभी चार केन्द्रीय खाद्य प्रयोगशालाओं सहित, विभिन्न खाद्य परीक्षण प्रयोगशालाओं से प्राप्त की गयी है ।
संभावित उपयोगकर्ता :
- मण्डी में तेल के बीज के डीलर
- खाद्य तेल निकालने वाली इकाइयों के खुदरा विक्रेता
- उपभोक्ता
- उपभोक्ता दिशानिर्देश संगठन
- खाद्य निरीक्षक
- खाद्य अधिकारी
अधिक विवरण के लिए कृपया संपर्क करें :
निदेशक
सी.एस.आई.आर. - भारतीय विषविज्ञान अनुसंधान संस्थान
पोस्ट बाक्स सं0 80, महात्मा गांधी मार्ग
लखनऊ-226001, भारत
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